महानिदेशक डेस्क

 राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (रा.इ.सू.प्रौ.) भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक संस्था है। । इसका कौशल और क्षमता निर्माण में देश भर में एक विशिष्ट पहचान है | आज इसके देश भर में 40 स्थानों पर स्वयं के केंद्र हैं और इसका लगभग 900+ मान्यता प्राप्त केंद्रों का नेटवर्क, देश के सभी कोनों और समाज के सभी हिस्सों में सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्रों में कार्य कर रहा है |

रा.इ.सू.प्रौ. ने सूचना, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में औपचारिक और अनौपचारिक दोनों तरह के शिक्षा के माध्यमों में कौशल विकास और क्षमता निर्माण के नए आयामों को स्थापित करने का प्रयास किया है | क्योंकि आज देश में जनमानस के लिए रोजगार को बढ़ावा देने पर जोर है इसलिये रा.इ.सू.प्रौ. आईटी और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग की जरूरतों के अनुसार साइबर सुरक्षा, आई.ओ.टी., ई.एस.डी.एम., जी.आई.एस., क्लाउड कंप्यूटिंग, हार्डवेयर, डिजाइन प्रौद्योगिकी, वीएलएसआई डिजाइन, एम्बेडेड सिस्टम, ई-अपशिष्ट, बिग डेटा, इलेक्ट्रॉनिक्स इत्यादि उभरते क्षेत्रों में बाजार उन्मुख पाठ्यक्रमों का करवा रहा है।

रा.इ.सू.प्रौ. औरंगाबाद, रा.इ.सू.प्रौ. के प्रमुख केंद्रों में से एक है, जिसे सन 1987 में ज़नमानस में एक अभिनव एवं उद्यमी भावना को प्रोत्साहित करने हेतु उद्योगों, अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्रों में काम कर रहे शैक्षिक संस्थानों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए स्थापित किया गया था। अपने गुणवत्ता और समाधान उन्मुख कौशल निर्माण के दृष्टिकोण के कारण, रा.इ.सू.प्रौ. औरंगाबाद केंद्र ने देश को कई प्रमुख उधमी, विशेषज्ञ और डिजाइनर देश को प्रदान किए है।

भारत सरकार की मेक-इन-इंडिया की पहल के अनुरूप काम करते हुए, रा.इ.सू.प्रौ. औरंगाबाद केंद्र, बी.टेक. (इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम इंजीनियरिंग), एम.टेक. (इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन और टेक्नोलॉजी) और डिप्लोमा (इलेक्ट्रॉनिक सिस्टन डिजाइन और रखरखाव) जैसे पाठ्यक्रमों से तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता प्रदान कर रहा है | यह छात्रों में शैक्षिक उत्कृष्ता, रचनात्मकता और नवीनता युक्त कौशल निर्माण के द्वारा उद्योग उपयुक्त कार्यबल को तैयार करने में कार्यरत है | यह केंद्र पीoएचoडी की डिग्री प्राप्त करना हेतु शोध करने के लिए डॉ बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय का उत्कृष्ट अनुसंधान केंद्र भी है ।

Iमुझे पूर्ण विश्वास है कि रा.इ.सू.प्रौ. के औरंगाबाद केंद्र में प्रवेश लेने वाले छात्र औद्योगिक अनुसंधान और विकास के लिए यहाँ उपलब्ध अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय, एनकेएन, समृद्ध ई-पत्रिकाओं, छात्रावास, जिमनासियम इत्यादि देश की कुछ बेहतरीन सुविधाओं का इस्तेमाल करते हुए आई.टी. एवं एलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में कौशल विकास के नए आयाम स्थापित करेंगे ।

श्री राजीव कुमार, आईएफएस
(महानिदेशक)

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