डिप्लोमा कार्यक्रम

इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादन एवं अनुरक्षण में डिप्लोमा (डीईपीएम)

यह एक तीन वर्षों (छह सेमेस्टर) का पाठ्यक्रम है जिसमें विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिकी या संबद्ध उद्योग में उत्पादन/अनुरक्षण पर्यवेक्षक या डिजाइन सहायक अथवा उद्यमकर्ता की आजीविका के लिए तैयार किया जाता है। यह पाठ्यक्रम एआईसीटीई, नई दिल्ली तथा तकनीकी शिक्षा बोर्ड (बीटीई), महाराष्ट्र द्वारा अनुमोदित है। डिप्लोमा डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) द्वारा प्रदान किया जाता है और यह तकनीकी शिक्षा निदेशालय, महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्वीकृत भी है। महाराष्ट्र के निवासी तथा नाइलिट केन्द्र, औरंगाबाद के इलेक्ट्रॉनिकी उत्पादन एवं अनुरक्षण में डिप्लोमा (डीईपीएम) में प्रथम श्रेणी प्राप्त करने वाले विद्यार्थी महाराष्ट्र राज्य के इंजीनियरी पाठ्यक्रम के दूसरे वर्ष में सीधे दाखिला लेने के पात्र हैं।

पात्रता

गणित तथा विज्ञान विषयों में 35% के न्यूनतम औसत अंक के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा पास।  

भर्ती

60 सीटें 

डीटीई के आरक्षण नियमों के अनुसार। प्रथम वर्ष के छात्रों/छात्राओं के लिए छात्रावास की सुविधा नहीं है।

दाखिले की प्रक्रिया

डीईपीएम के लिए विद्यार्थियों का चयन तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा सीएपी राउण्ड के माध्यम से किया जाएगा। चयन कोड 203199010. है।  इच्छुक विद्यार्थी वेबसाइट to  www.dtemaharashtra.gov.in अपडेट के लिए देख सकते हैं। 

अन्तर्राष्ट्रीय आवेदक (विदेशी नागरिक):

कुल सीटें :09 

विदेशी नागरिकों के लिए सीटों का आरक्षण भारत सरकार के नियमों तथा विश्वविद्यालय के अनुमोदन के अनुसार किया जाता है। विदेशी नागरिकों का दाखिला भारत सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित दिशा-निर्देशों के अधीन किया जाता है। विदेशी नागरिक डीईपीएम पाठ्यक्रम में दाखिला के लिए न्यूनतम अर्हता की अपेक्षाओं को पूरा करने पर उचित माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। लेकिन उनके आवेदनों पर अलग से विचार किया जाएगा।

अध्यापन एवं मूल्यांकन योजना

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