अनुसंधान एवं विकास परियोजना

  • साइबर फोरेन्सिक प्रयोगशाला एवं प्रशिक्षण सुविधा में इसके डोमेन के अन्तर्गत आने वाले व्यापक रेंज के कार्यकलाप शामिल हैं :
  • साइबर अपराधों का समाधान करने के लिए नागालैण्ड तथा इसके पड़ोसी क्षेत्रों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों की आवश्यकताओं को पूरा करना, यह पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए स्रोत केन्द्र के रूप में भी कार्य करता है जो पुलिस तथा न्यायिक अधिकारियों को कम्प्यूटर फोरेन्सिक के क्षेत्र में तकनीकी एवं कानूनी सहायता तथा प्रशिक्षण प्रदान करता है।  
  • राज्य में रिपोर्ट किए गए साइबर अपराध के 24 मामलों का समाधान किया गया।
  • 120 पुलिस अधिकारियों (उप निरीक्षक से लेकर अपर पुलिस अधीक्षक) तथा 48 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों (पुलिस अधीक्षक से लेकर पुलिस महानिदेशक) को साइबर अपराध, साइबर फोरेन्सिक तथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम पर प्रशिक्षित किया गया।
  • ऑफ-लाइन साइबर फोरेन्सिक इमेजिंग एवं फोरेन्सिक विश्लेषण प्रयोगशाला का सृजन।
  • नागालैण्ड में राज्य तथा केन्द्र सरकार के अधिकारियों के लिए सम्बद्ध कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।
  • 22 पुलिस अधिकारियों को उन्नत फोरेन्सिक पर विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया जिससे इस क्षेत्र में उन्हें और अधिक विशेषज्ञता प्राप्त हो। 
  • चल रही परियोजनाएँ :

कानून प्रवर्तन एजेंसियों के उन्नत प्रशिक्षण के लिए साइबर फोरेन्सिक प्रयोगशाला में अभिवृद्धि जिससे वे उदीयमान साइबर अपराधों का मुकाबला कर सकें तथा नाइलिट केन्द्र, कोहिमा द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में युवाओं में क्षमता निर्माण।

उद्देश्य :

  • नए उदीयमान साइबर आक्रमणों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को उन्नत साइबर फोरेन्सिक प्रशिक्षण प्रदान करना और पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ते साइबर अपराधों को कम करने के लिए उनकी समुचित पड़ताल करना।
  • पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • कम्प्यूटर फोरेन्सिक तथा साइबर सुरक्षा प्रयोगशाला में विजुअलाइजेशन प्रौद्योगिकी का कार्यान्वयन।
  • उन्नत साइबर फोरेन्सिक तथा साइबर अपराध पर प्रशिक्षण सामग्रियों का विकास करना। 

विशिष्ट लक्ष्य :

  • उदीयमान साइबर अपराधों का मुकाबला करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के 100 अधिकारियों को प्रशिक्षित करना।
  • साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति के 300 युवाओं को 3 माह के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में प्रशिक्षित करना।

लक्षित समूह :  

  • पूर्वोत्तर राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ
  • अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी तथा युवा

वर्तमान स्थिति :

  • उन्नत फोरेन्सिक तथा उदीयमान साइबर आक्रमणों पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों के 25 अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
  • साइबर सुरक्षा तथा साइबर कानून में अनुसूचित जनजाति के 105 विद्यार्थियों को 3 माह के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में प्रशिक्षित किया गया।  

उन्नत फोरेन्सिक पर आवश्यकता आधारित प्रशिक्षण भी प्रति बैच 10 (दस) प्रशिक्षार्थियों की निश्चित संख्या को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। अधिक विवरण तथा स्पष्टीकरण के लिए सम्पर्क करें : इंजीनियर ए. मोरिमेम्बा आमेर  (mori@nielit.gov.in), लैशरम दारमोनी (darmoni.laishram@gmail.com)।

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