ई-लर्निंग
ज्ञान समाज की ओर बढ़ने, कार्य की परिस्थितियों में परिवर्तन होने तथा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों में उच्च गति से विकास होने के कारण लोगों के ज्ञान तथा कुशलता के स्तर को निरन्तर अद्यतन बनाना जरूरी है। सहयोगात्मक कार्य, सृजनात्मकता, बहुविषयिकता, अनुकूलता, अन्तर-सांस्कृतिक संचार तथा समस्या समाधान पर आधारित अधिगम ने रोजमर्रा के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिक अदा करना शुरू कर दिया है। अधिगम की प्रक्रिया व्यक्तियों तथा संगठनों, दोनों के लिए ही, औपचारिक शिक्षण में, व्यावसायिक संदर्भ में तथा फुरसत के कार्यकलापों के एक भाग के रूप में सर्वव्यापी बनती जा रही है। अधिगम प्रत्येक नागरिक के लिए उपलब्ध होना चाहिए, चाहे वह किसी भी आयु, शैक्षिक योग्यता या सामाजिक स्थिति का हो और उसे नागरिकों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार तैयार होना चाहिए।
विभिन्न प्रान्तीय भाषाओं में ई-अधिगम
असमीया में ई-अधिगम |
बांग्ला में ई-अधिगम |
बोडो में ई-अधिगम |
डोगरी में ई-अधिगम |
अंग्रेजी में ई-अधिगम |
गुजराती में ई-अधिगम |
हिंदी में ई-अधिगम |
कश्मीरी में ई-अधिगम |
कोंकणी में ई-अधिगम |
मैथिली में ई-अधिगम |
मलयालम मलयालम में ई-अधिगम |
मणिपुरी मणिपुरी में ई-अधिगम |
मराठी मराठी में ई-अधिगम |
मिज़ो मिज़ो में ई-अधिगम |
उड़िया उड़िया में ई-अधिगम |
पंजाबी पंजाबी में ई-अधिगम |
संस्कृत संस्कृत में ई-अधिगम |
तमिल तमिल में ई-अधिगम |
तेलुगू तेलुगू में ई-अधिगम |
कन्नड़ कन्नड़ में ई-अधिगम |
खासी खासी में ई-अधिगम |
कोकबरोक कोकबरोक में ई-अधिगम |
नेपाली नेपाली में ई-अधिगम |
सिंधी सिंधी में ई-अधिगम |
उर्दू उर्दू में ई-अधिगम |