एनपीआर कार्यक्रम
एनपीआर परियोजना के अन्तर्गत कई प्रमुख परियोजना कार्यकलाप किए जा रहे हैं। इनमें गणनाकारों द्वारा घरों की सूची बनाना, एनपीआर अनुसूचियों की स्कैनिंग, डेटा डिजिटाइजेशन, बायोमेट्रिक नामांकन एवं समेकन, एलआरयूआर शुद्धिकरण एवं सत्यापन, यूआईडीएआई द्वारा दोहराव को दूर करना तथा आधार संख्या जारी किया जाना, आरजीआई के कार्यालय में परिमार्जित डेटा का समेकन शामिल हैं। पहचान/स्मार्ट कार्ड जारी करने का भी प्रस्ताव है।
परियोजना कार्यकलाप
ऊपर उल्लिखित कार्यकलापों में से प्रथम दो कार्यकलाप अर्थात
- गणनाकारों द्वारा घर-घर जाकर डेटा संग्रह तथा
- एनपीआर कार्यक्रम की स्कैनिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है।
ये दोनों कार्यकलाप सीधे आरजीआई द्वारा किए गए। पहला कार्यकलाप जनगणना ऑपरेशन 2011 के दौरान किया गया। दूसरा कार्यकलाप जनगणना का कार्य पूरा होने के अगले महीने में किया गया।
गणनाकार द्वारा घर-घर जाकर डेटा संग्रह के कार्य के अन्तर्गत गणनाकारों ने प्रत्येक घर में जाकर निम्नलिखित ब्यौरे एकत्रित किए हैं :
- व्यक्ति का नाम
- व्यक्ति का नाम जैसा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर में लिखा जाएगा
- मुखिया के साथ सम्बंध
- लिंग
- जन्म तिथि
- वैवाहिक स्थिति
- शैक्षिक योग्यता
- व्यवसाय/कार्यकलाप
- पिता, माता तथा पत्नी/पति का पूरा नाम
Data being captured by enumerator
- जन्म स्थान
- घोषित राष्ट्रीयता
- सामान्य निवास का वर्तमान पता
- वर्तमान पते पर निवास की अवधि
एनपीआर अनुसूचियों की स्कैनिंग
जनगणना ऑपरेशन 2011 के दौरान एकत्रित किए गए एनपीआर अनुसूची के फार्मों की स्कैनिंग आरजीआई द्वारा की गई है। एनपीआर फार्म की एक प्रति नीचे चित्र मे दर्शाई गई है। .
Right to Left: NPR Schedules – Side A (Right) and Side B (Left)
डेटा डिजिटाइजेशन
नाइलिट डेटा डिजिटाइजेशन के कार्यकलापों के लिए जिम्मेदार होगी, जिसे निविदा प्रक्रिया के जरिए चुनी गई निजी एजेंसियों (प्रबंधित सेवा प्रदाता) को आउटसोर्स किया जा रहा है। डेटा डिजिटाइजेशन के एमएसपी स्कैन किए गए एनपीआर की अनुसूचियों को पाठ रिकार्ड में परिवर्तित करेंगे।
बायोमेट्रिक नामांकन
नाइलिट बायोमेट्रिक नामांकन के कार्यकलापों के लिए जिम्मेदार होगी, जिसे निविदा प्रक्रिया के जरिए चुनी गई निजी एजेंसियों (प्रबंधित सेवा प्रदाता) को आउटसोर्स किया जा रहा है। बायोमेट्रिक नामांकन के एमएसपी भारतीय निवासियों के बायोमेट्रिक्स एकत्रित करेंगे जिससे बायोमेट्रिक्स का विलयन अंकीयकृत रिकार्डों के साथ किया जा सके। बायोमेट्रिक नामांकन के संग्रह का कार्य पूरे भारत में बाटोमेट्रिक कैम्प के जरिए किया जाएगा, जहाँ जनगणना रिकार्डों के आधार पर सत्यापित व्यक्ति अपना पंजीकरण करवा सकते हैं और अपने बायोमेट्रिक ब्यौरे (दोनों आँखों के आईरिस, तथा दोनों हाथों के अंगुली छाप) दे सकते हैं।
एलआरयूआर शुद्धिकरण एवं सत्यापन
सामान्य निवासियों के स्थानीय रजिस्टर जब किसी निर्दिष्ट कार्यालय में उपलब्ध कराया जाएगा तब व्यक्तियों को अपने रिकार्ड में किसी प्रकार की अशुद्धि होने पर उसे शुद्ध करवाने का अवसर प्राप्त होगा। नागरिक स्व-पहचान के आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराते हुए अपेक्षित परिवर्तनों के बारे में बता सकते है।
दोहराव को रोकना, डेटा समेकन तथा कार्ड जारी करना
एक विस्तृत प्रक्रिया के जरिए डेटा के दोहराव को रोका जाएगा, समेकित किया जाएगा और डेटा केन्द्रों मे रखा जाएगा। इन कार्यकलापों के परिणामस्वरूप यूआईडी संख्या सहित एक निवासी कार्ड तैयार किए जाने की संभावना है।