कौशल विकास परियोजना

​योजना आयोग, भारत सरकार ने निर्णय किया है कि भारत के विकास के लिए देश को भविष्य में कुशल कार्मिकों की जरूरत होगी जिसके लिए सभी राज्य सरकारों को पहल करनी होगी। भारत सरकार ने कुशल जनशक्ति में अभिवृद्धि करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कौशल विकास मिशन आरम्भ किया है जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 50 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करना है जिसके फलस्वरूप प्रशिक्षित युवा आत्म निर्भर हो सकेंगे और देश के विकास में अपना योगदान कर सकेंगे। बिहार में इस परियोजना की निगरानी श्रमिक स्रोत विभाग द्वारा की जाएगी। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार ने बिहार के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्णय किया है। इसके अन्तर्गत, अगले पाँच वर्षों में अकुशल युवाओं को आईसीटी में प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस प्रयोजन से, बिहार सरकार ने 3.75 लाख अकुशल युवाओं को आईसीटी की अवधारणाओं में प्रशिक्षित करने का कार्य नाइलिट पटना को सौंपा है। निम्नलिखित पाठ्यक्रम इस परियोजना के अन्तर्गत चलाए जाएंगे :

एफएक्यू

कौशल विकास से कैसे संबद्ध हों (केन्द्र के लिए)

चरण 1 :- नाइलिट मुख्यालय से सीसीसी/बीसीसी संबद्धता प्रमाण-पत्र प्राप्त करें। विवरण के लिए कृपया http://online.nielit.in देखें।

चरण 2 :- वास्तविक निरीक्षण के लिए पटना में देय नाइलिट पटना केन्द्र के पक्ष में 5000/-रु. के डिमाण्ड ड्राफ्ट के साथ नाइलिट पटना केन्द्र को ई.ओ.आई. प्रस्तुत करें। ईओआई प्रारूप डाउनलोड करने का लिंक

चरण 2 :- वास्तविक निरीक्षण के पश्चात यदि उपलब्ध कराई गई सूचना सही पाई जाती है तो नाइलिट पटना केन्द्र और संबंधित संस्थान के बीच 1000/- रु. के स्टाम्प पेपर पर एक सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। यदि उपलब्ध कराई गई सूचना और वास्तविक निरीक्षण में कोई विसंगति पाई जाती है तो नाइलिट सुधार करने के लिए एक महीने का समय देगा और संबंधित संस्थान को नए सिरे से ईओआई प्रस्तुत करना होगा।

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